ओपन हार्ट
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ज्यों बूँद गिरी पुरवाई चली
घनघोर घटा बदरी बदली
रुनझुन रिमझिम बोले ले सुन
कहती पिय आवन जैसी धुन
मध्यम मद्धिम तेरी आहट
नयना ताके दिनभर चौखट
उन्मुक्त बयार कहे गुपचुप
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कोई तो उनसे ये कह दे
बीती बातों को रहने दे
अनबन आगे पीछे होगी
मेरा मन मस्त हुआ जोगी
सन्देश विदेश कहें किससे
जब नैन रहे तरसे बरसे
पिक नाच उठी कोयल बोली
दिन रैन तुम्हारी याद पिया
भीगा सावन भीगी अखियाँ
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