ओपन हार्ट
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विवाह सुन्दर कृत्य है,पवित्र संकल्प है
सांस्कृतिक सीमाओं का सुचारू विकल्प है
दृढ इच्छा है साथ जीवन निर्वाह की
क्षुद्र वासनाएं आधार नहीं है विवाह की
व्यभिचार रोककर जीवन केन्द्रित हुआ
बलात कभी भी किसी अबला को नहीं छुआ
सामाजिक विकृतियों को पनपने नहीं दिया
विवाह ने ऊर्जा को सकारात्मक रूप दिया
धार्मिक वैवाहिक मान्यताएं संतुलन का रूप हैं
बिखरते हुये जीवन की स्थिरता का स्वरुप है
आदिकाल में सुचारू व्यवस्था लाने के लिए
पशुवत मनुष्य को इंसान बनानेके लिये
विवाह को धार्मिक चोला पहनाया गया
उच्छृंखलता समाप्त कर इसे अपनाया गया
क्या हम पुनः नर पशु बन जायेंगे.!
तृप्ति के लिये हर तरफ भागते नज़र आयेंगे.!
‘लिव इन रिलेशनशिप’ पुरुषों का विचार है
स्त्रियों को स्वतन्त्रता से भोगने का अधिकार है
नारी को आखिर हम किस रूप में खोज पाएंगे
क्या कभी शक्ति या माँ समझ कर पूज पाएंगे..?
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