Menu
blogid : 6683 postid : 60

जीवित गांधी अन्ना को मेरा नमन

ओपन हार्ट
ओपन हार्ट
  • 87 Posts
  • 260 Comments

गाँधी के सच्चे अनुयायी के रूप में अन्ना हजारे ने राष्ट्रसेवा में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया हैं. गांधीवाद से प्रेरित होकर सत्यव्रती अन्ना ने अलोकतांत्रिक सरकार को झकझोर कर रख दिया है. सरकार आंदोलनकारियों के प्रति अंग्रेजों जैसा बर्ताव कर रही है. जनता के रक्षक ही भक्षक हो गये हैं. क्या यही लोकतंत्र है?

सरकार की दमनकारी नीतियां सत्य को दबा नहीं सकती. मित्रों! स्वतंत्रता के बाद ये दूसरा बड़ा आंदोलन है. हर व्यक्ति को राष्ट्र के प्रति अपना उत्तरदायित्व समझाना होगा.

शहीदों का बलिदान तभी सार्थक होगा जब नाम मात्र की इस लोकशाही से मुक्त होकर प्रत्येक व्यक्ति अपने मौलिक अधिकार पा सकेगा. मैं नव युवक हूँ और आशा करता हूँ कि अधिकांश नवयुवक मुझसे सहमत होंगे. साथियों हम सभी को अपनी व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय राष्ट्र चिन्तन में देना होगा. मुझे समर्थन दें ताकि अपने विचारों को मैं शक्ति प्रदान कर सकूं. यदि कुछ अनुचित हो तो सुझाव अवश्य दें.

मैंने स्वरचित वंदे मातरम कविता को संगीतबद्ध किया है क्यों कि पेशे से मैं शास्त्रीय गायक हूँ . धनाभाव के कारण आपके समक्ष प्रस्तुत नहीं कर पा रहा हूँ शीघ्र प्रयास करूँगा. आइये जीवित गांधी अन्ना को अपना कुछ समय प्रदान करें…वंदे मातरम.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply